लद्दाख, भारत का केंद्र शासित प्रदेश, अब 477 हिम तेंदुओं (Snow Leopards) का घर बन चुका है, जो इसे दुनिया में इन दुर्लभ बिल्लियों के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक बनाता है। हाल ही में वन्यजीव संरक्षण विभाग लद्दाख द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह आंकड़े सामने आए हैं, जो बताते हैं कि भारत में हिम तेंदुआ आबादी का लगभग 70 प्रतिशत यहीं बसता है।
47,500 वर्ग किलोमीटर में फैला तेंदुओं का साम्राज्य
करीब 59,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किए गए इस गहन अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि हिम तेंदुए लगभग 47,500 वर्ग किलोमीटर इलाके में सक्रिय रूप से विचरण करते हैं। यह रिपोर्ट प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिका PLOS One में प्रकाशित हुई है।
हिम तेंदुओं का निवास और संरक्षण मॉडल Snow Leopard population India
हिम तेंदुए (Panthera uncia), जो शेर और बाघ की तरह ‘पैंथेरा’ जीनस से संबंधित हैं, आमतौर पर भारत, चीन, नेपाल और पाकिस्तान के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में पाए जाते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार, लद्दाख में इन बिल्लियों का सह-अस्तित्व यहां की स्थानीय समुदायों की वन्यजीवों के प्रति गहरी आस्था, हिम तेंदुआ पर्यटन और संघर्ष प्रबंधन रणनीतियों के कारण संभव हो पाया है। यही कारण है कि लद्दाख में 60% से ज्यादा हिम तेंदुए मानव आबादी के साथ तालमेल में रहते हैं।
हाई-टेक सर्वे और कैमरा ट्रैप तकनीक का उपयोग
हिम तेंदुओं की वास्तविक संख्या Snow Leopard population India जानने के लिए शोधकर्ताओं ने अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया। टीम ने इलाके में पैरों के निशान, मल, और खरोंच के निशान इकट्ठा किए। साथ ही भूरे भालू, लिंक्स और जंगली शाकाहारी जीवों की उपस्थिति का भी विश्लेषण किया गया।
इस सर्वे में 900 से अधिक कैमरा ट्रैप लगाए गए, जिनमें जानवरों को आकर्षित करने के लिए खास परफ्यूम का छिड़काव किया गया। इन कैमरों से प्राप्त फोटो का विश्लेषण कर अलग-अलग तेंदुओं की पहचान की गई, जो उनके माथे के खास निशानों से संभव हुआ।
लद्दाख के इलाके में तेंदुओं का विचरण
अध्ययन के अनुसार:
- हेमिस नेशनल पार्क में प्रति 100 वर्ग किलोमीटर में दो हिम तेंदुए हैं।
- कारगिल में यह घनत्व प्रति 100 वर्ग किलोमीटर में 1.2 है।
- जबकि लेह में प्रति 100 किलोमीटर में एक तेंदुआ पाया जाता है।
यह वैश्विक स्तर पर हिम तेंदुओं का सबसे अधिक घनत्व है।
संरक्षण के नए आयाम
शोध में यह भी सामने आया कि संसाधनों से भरपूर घास के मैदान, जहां शिकार प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं और मानवीय हस्तक्षेप कम है, वे हिम तेंदुओं के लिए आदर्श निवास स्थान बने हुए हैं।
इस अध्ययन का एक और महत्वपूर्ण योगदान है — हिम तेंदुओं की एक राष्ट्रीय फोटो लाइब्रेरी का निर्माण, जो भविष्य में अवैध शिकार और तस्करी पर रोक लगाने में मददगार साबित होगी।
निष्कर्ष
Snow Leopard population India लद्दाख आज हिम तेंदुओं के संरक्षण की वैश्विक मिसाल बन चुका है। यहां की स्थानीय समुदायों की वन्यजीवों के प्रति आस्था, पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन और वैज्ञानिक संरक्षण मॉडल ने 477 हिम तेंदुओं (Snow Leopard population India) की आबादी को सुरक्षित और समृद्ध बनाया है। यह अध्ययन न सिर्फ लद्दाख, बल्कि हिम तेंदुआ संरक्षण के वैश्विक प्रयासों के लिए भी दिशा-निर्देश देता है। भविष्य में तकनीक आधारित मॉनिटरिंग और स्थानीय सहभागिता के जरिए इस दुर्लभ प्रजाति को बचाने में और मजबूती आएगी। लद्दाख की धरती अब सच में “हिम तेंदुओं की राजधानी” के रूप में उभर रही है।