Last updated on March 11th, 2025 at 08:06 pm
Vantara: जो कि गुजरात के रिलायंस जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में स्थित 3,000 एकड़ का विशाल वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट है, पशु बचाव और पुनर्वास के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम कर रहा है। अनंत अंबानी के नेतृत्व में विकसित यह परियोजना अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं, शोध केंद्रों और विशाल प्राकृतिक आवासों के साथ पशुओं की सुरक्षा और देखभाल को नया आयाम दे रही है। सार्वजनिक रूप से खुलने के बाद, यह परियोजना वैश्विक स्तर पर संरक्षण प्रयासों के लिए एक मॉडल के रूप में स्थापित होगी।
Vantara: वन्यजीव संरक्षण का एक नया युग

गुजरात के रिलायंस जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में स्थित Vantara (“स्टार ऑफ द फॉरेस्ट”) एक क्रांतिकारी परियोजना है, जिसे रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी ने लॉन्च किया है। यह परियोजना न केवल वन्यजीवों के बचाव और पुनर्वास को नया स्वरूप दे रही है, बल्कि संरक्षण के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रही है।
लॉन्च और सार्वजनिक पहुंच
Vantara को आधिकारिक रूप से 26 फरवरी 2024 को लॉन्च किया गया था, लेकिन यह अभी तक आम जनता के लिए खुला नहीं है। अनंत अंबानी ने घोषणा की है कि यह केंद्र जल्द ही आगंतुकों के लिए खोला जाएगा, जिससे यह एक अत्याधुनिक संरक्षण कार्यक्रम के रूप में विकसित होगा।
Vantara की अत्याधुनिक सुविधाएँ
यह वन्यजीव संरक्षण केंद्र प्राकृतिक वातावरण की वास्तविक अनुभूति प्रदान करने वाली अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें शामिल हैं:
1. समर्पित हाथी संरक्षण क्षेत्र
- 600 एकड़ में फैला प्राकृतिक आवास, जिसमें हाथियों के लिए विशेष देखभाल की जाती है।
- विशाल हाथी जकूज़ी, जो हाथियों के गठिया (Arthritis) का इलाज करने के लिए डिजाइन की गई है।
- हाथियों के लिए विशेष अस्पताल, जहाँ हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चेंबर और लेज़र मशीन जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ मौजूद हैं।
2. उन्नत चिकित्सा सुविधाएँ
- 1 लाख वर्ग फुट में फैला पशु अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर, जो MRI, X-ray, ICU, CT स्कैन, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आधारित सर्जरी की सुविधाओं से लैस है।
3. वैज्ञानिक रूप से डिज़ाइन किए गए प्राकृतिक आवास
- हाइड्रोथेरेपी पूल और जल निकाय, जो वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं।
4. अनुसंधान और अकादमिक केंद्र
- विश्वप्रसिद्ध वन्यजीव विशेषज्ञों और संगठनों के सहयोग से वन्यजीव संरक्षण पर शोध और अध्ययन किए जाते हैं।
Vantara परियोजना का विस्तृत विवरण
- क्षेत्रफल: 3,000 एकड़, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर और पुनर्वास केंद्र बनाता है।
- परियोजना लागत: आधिकारिक तौर पर लागत की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन इसे रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इसमें बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है।
- वन्यजीव संख्या: वर्तमान में 2,000+ जानवरों को बचाकर यहाँ आश्रय दिया गया है, जिसमें हाथी, तेंदुआ, शेर, बाघ और विभिन्न प्रकार के सरीसृप शामिल हैं।
Vantara: भारत में वन्यजीव संरक्षण का भविष्य
Vantara केवल एक चिड़ियाघर नहीं है, बल्कि यह वन्यजीवों के बचाव, उपचार और पुनर्वास के लिए समर्पित एक वैश्विक स्तर की परियोजना है। इसकी उन्नत चिकित्सा सुविधाएँ, प्राकृतिक आवास और अनुसंधान केंद्र, इसे दुनिया के सबसे प्रभावशाली वन्यजीव संरक्षण परियोजनाओं में से एक बनाते हैं। इसके सार्वजनिक रूप से खुलने के बाद, यह लोगों को वन्यजीव संरक्षण के महत्व को समझाने और उनसे जुड़ने का अनूठा अवसर प्रदान करेगा।
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निष्कर्ष
Vantara, अनंत अंबानी के नेतृत्व में, भारत में वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला रहा है। 3,000 एकड़ में फैला यह केंद्र पशु चिकित्सा, पुनर्वास, और अनुसंधान के माध्यम से वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए एक अभूतपूर्व प्रयास है। यह परियोजना न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी वन्यजीव संरक्षण के लिए एक मिसाल बनने जा रही है।