The story of Vishwas Kumar the only surviving passenger of Air India flight AI-171, एक ऐसी घटना है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। जब अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, तो यह मान लिया गया था कि शायद कोई नहीं बचा होगा। लेकिन इसी मलबे के बीच से एक शख्स बाहर निकला—विश्वास कुमार। उनका यह चमत्कारी बचाव मानव सहनशीलता और किस्मत की अनकही कहानी बन गया।
विमान हादसे की शुरुआत
11 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी। टेकऑफ के 30 सेकंड बाद जोरदार धमाका हुआ और विमान ने नियंत्रण खो दिया। कुछ ही क्षणों में वह B.J. मेडिकल कॉलेज परिसर के पास एक इमारत से टकरा गया और पूरी तरह जल गया।
The Story of Vishwas Kumar the Only Surviving Passenger of Air India Flight AI-171
जब राहतकर्मी मलबा हटा रहे थे, तब उन्हें कोई उम्मीद नहीं थी कि कोई ज़िंदा मिलेगा। लेकिन चमत्कार हुआ। विश्वास कुमार रमेश, जो लंदन में रहते हैं और छुट्टियों पर अपने परिवार से मिलने भारत आए थे, अपनी सीट (11A) से किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब रहे।
उन्होंने कहा:
“जब मैं उठा, चारों ओर आग और धुआं था। सब कुछ शांत था, सिवाय मेरे दिल की धड़कनों के। मैं जैसे-तैसे बाहर निकला और फिर अस्पताल पहुंचाया गया।”
उनके भाई अजय भी उसी विमान में थे, लेकिन उनका अब तक कुछ पता नहीं चला है।
मृतकों और घायलों का आंकड़ा
इस भयंकर हादसे में अब तक 204 शवों की पुष्टि हुई है। 60 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य में NDRF, मेडिकल टीमें और स्थानीय प्रशासन ने 24 घंटे तक बिना रुके काम किया।
सरकार और एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
- प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित देश-विदेश के कई नेताओं ने संवेदना प्रकट की।
- एयर इंडिया ने हर मृतक के परिजन को ₹1 करोड़ का मुआवज़ा देने की घोषणा की।
- घायलों के इलाज का खर्च भी एयरलाइन और टाटा समूह द्वारा उठाया जा रहा है।
जांच प्रक्रिया शुरू
DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सपर्ट्स की टीम इस घटना की जांच कर रही है। तकनीकी खराबी और मेंटेनेंस से जुड़ी रिपोर्ट्स मंगवाई गई हैं। शुरुआती रिपोर्ट में किसी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है।
मुख्य जानकारी एक नजर में
बिंदु | विवरण |
---|---|
फ्लाइट नंबर | AI-171 |
एयरलाइन | एयर इंडिया |
मॉडल | Boeing 787-8 Dreamliner |
कुल सवार | 242 (229 यात्री + 13 क्रू) |
स्थान | अहमदाबाद मेडिकल कॉलेज के पास |
जीवित बचे | 1 (विश्वास कुमार रमेश) |
घोषित मुआवज़ा | ₹1 करोड़ प्रति मृतक परिवार को |
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निष्कर्ष
The story of Vishwas Kumar the only surviving passenger of Air India flight AI-171 न सिर्फ एक दुर्घटना की कहानी है, बल्कि यह इंसानी साहस और भाग्य की जीवंत मिसाल भी है। जहां एक ओर सैकड़ों लोग इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे, वहीं विश्वास कुमार की कहानी हमें यह सिखाती है कि ज़िंदगी कभी-कभी दूसरे मौके देती है — और हर सांस की अहमियत होती है।