Snow leopard : नेपाल ने अपने हाल ही में हुए राष्ट्रीय सर्वेक्षण में यह गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है कि देश में 397 हिम तेंदुए (Snow Leopard) पाए गए हैं।
वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) द्वारा जारी बयान के मुताबिक, सात अलग-अलग क्षेत्रों में यह सर्वेक्षण किया गया और इसके आंकड़े जुटाए गए।
यह अध्ययन 2015 से 2024 के बीच में एकत्रित डाटा के आधार पर किया गया, जिसमें कैमरा ट्रैप तकनीक और मल के सैंपल्स का जेनेटिक विश्लेषण जैसे अत्याधुनिक तरीकों का उपयोग किया गया।
सर्वेक्षण का समन्वय, डाटा संकलन और विश्लेषण कार्य राष्ट्रीय उद्यान तथा वन्यजीव संरक्षण विभाग और वन एवं मृदा संरक्षण विभाग (DoFSC) के नेतृत्व में हुआ।
नेपाल में हिम तेंदुओं के बारे में मुख्य बातें
नेपाल में हिम तेंदुए की औसत घनत्व दर लगभग प्रति 100 वर्ग किलोमीटर में 1.56 तेंदुआ दर्ज की गई है। हैरानी की बात यह है कि इन तेंदुओं का एक बड़ा हिस्सा संरक्षित क्षेत्रों के बाहर पाया जाता है, जिससे उनके संरक्षण में कई चुनौतियाँ आती हैं।
बद्री राज ढुंगाना, जो कि DoFSC के महानिदेशक हैं, ने बताया कि समुदाय आधारित पहलों को मजबूत करना, प्राकृतिक गलियारों को जोड़ना, और मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करना भविष्य में हिम तेंदुओं के संरक्षण के लिए बेहद जरूरी है।
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Snow leopard क्यों हैं खास?
हिम तेंदुए दुनियाभर में सिर्फ 12 एशियाई देशों में पाए जाते हैं। बावजूद इसके, वे सबसे कम अध्ययन किए गए बड़े बिल्लियों में गिने जाते हैं।
WWF की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज भी केवल 23% वैश्विक हिम तेंदुआ क्षेत्र का ही व्यवस्थित सर्वेक्षण हुआ है, और मात्र 3% क्षेत्रों में उनकी आबादी के पक्के आंकड़े उपलब्ध हैं।
IUCN ने हिम तेंदुओं को “संकटग्रस्त” (Vulnerable) प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया है।
उन्हें आवासीय क्षति, जलवायु परिवर्तन और शिकार जैसी चुनौतियों का लगातार सामना करना पड़ रहा है।
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भारत में Snow leopard की स्थिति
भारत ने भी हाल ही में अपने आंकड़े जारी किए हैं, जिसके अनुसार देश में 718 हिम तेंदुए मौजूद हैं (जनवरी 2024 की रिपोर्ट के अनुसार)।
लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि भारत में हिम तेंदुओं के केवल एक-तिहाई आवास क्षेत्र को ही कानूनी सुरक्षा प्राप्त है।