PM Modi: गुजरात के बन्नी घास के मैदान ओर मध्य प्रदेश का गांधीसागर अभयारण्य चीत्तो के लिए नया ठीकाना बहुत जल्दी होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान बताया था गुजरात मे राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड NBWL की 7 वी बैठक मे यह घोषणा की।
PM Modi: राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड NBWL की 7 वी बैठक मे यह घोषणा की

गुजरात के बन्नी घास के मैदान ओर मध्य प्रदेश का गांधीसागर अभयारण्य चीत्तो के लिए नया ठीकाना बहुत जल्दी होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान बताया था गुजरात मे राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड NBWL की 7 वी बैठक मे यह घोषणा की। बता दे की सितंबर 2022 ओर फरवरी 2023 मे दो बार मे अफ्रीकी चीत्तो को कुनो नेशनल पार्क मे बसाया गया था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि चीत्तो को अब देश के अन्य क्षेत्रों मे भी बसाया जाएगा। इन क्षेत्रों मे मध्य प्रदेश का गाँधीसागर अभयारण्य ओर गुजरात के बन्नी घास के मैदान शामिल है।
गुजरात के कच्छ जिले मे 2500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मै फैला हुवा संरक्षित जंगल है

दोनों वन क्षेत्रों मे लाए जाने वाले चीत्तो की संख्या ओर उनके यहा बसाने की समय सीमा के बारे मे कोई जानकारी नहीं दी गई है। बन्नी घास का मैदान गुजरात के कच्छ जिले मे 2500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मै फैला हुवा संरक्षित जंगल है।
नामीबिया से 8 चीत्तो का पहला जत्था सितंबर 2022 मे लाया गया था।

वही पश्चिमी मध्य प्रदेश मे स्थित गाँधीसागर अभियारण्य मंदसौर ओर नीमच जिलों तक फैला हुआ है। इस एरिया को निमाड क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। इसकी सीमा राजसथान से लगती है। यह कमोवेश सूखा है। नामीबिया से 8 चीत्तो का पहला जत्था सितंबर 2022 मे लाया गया था।
फरवरी 2023 मे 12 चीत्तो का दूसरा जत्था दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था

फरवरी 2023 मे 12 चीत्तो का दूसरा जत्था दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। भारत मे लाए जाने के बाद 7 वयस्क चीत्तो मे ( 3 मादा 4 नर ) की मौत हो चुकी है। चार चीत्तो की मौत तो सेप्टीसीमिया के कारण हुई है। यह छित्तो की मौत 2023 से जनवरी 2024 के दौरान हुई है। भारत मे 17 शावकों का जन्म हुआ था। इनमे से 12 जीवित बचे है। चीत्तो को भारत मे लाने की चर्चा 2009 मे वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की ओर से शुरू की गई थी।