मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता निरवा ने दिया पांच बच्चों को जन्म से एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। मादा चीता निरवा ने हाल ही में पाँच स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है, जिससे पार्क में चीतों की कुल संख्या बढ़कर 29 हो गई है, जिसमें 19 शावक और 10 वयस्क शामिल हैं।
कूनो नेशनल पार्क में निरवा दूसरी बार बनी माँ
निरवा को 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था। यह मादा चीता पहले भी दो शावकों को जन्म दे चुकी थी, हालांकि वे दुर्भाग्यवश जीवित नहीं रह पाए। इस बार निरवा ने पाँच शावकों को जन्म दिया है, जो कूनो में चीता पुनर्वास परियोजना की सफलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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कूनो नेशनल पार्क में चीता पुनर्वास परियोजना के तहत निरवा की यह दूसरी सफल प्रजनन घटना है। इससे पहले, मादा चीता गामिनी ने पाँच शावकों को जन्म दिया था, जिनमें से एक की मृत्यु हो गई थी। इसके अतिरिक्त, मादा चीता ज्वाला ने भी तीन शावकों को जन्म दिया था, जिनमें से एक जीवित बचा। इन घटनाओं से कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो परियोजना की सफलता को दर्शाता है।
कूनो में नए मेहमानों के आने की आप सभी को शुभकामनाएं देता हूँ…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) April 28, 2025
कल मध्यप्रदेश के चीता परिवार में पुनः वृद्धि हुई है। 5 नन्हें मेहमान हमारे बीच आएं हैं, जो चीता प्रोजेक्ट की सफलता का प्रतीक हैं।#kunonationalpark pic.twitter.com/NWpgN9KdEO
कूनो में निरवा के शावकों का जन्म न केवल भारत में चीतों की पुनःस्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह जैव विविधता संरक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए भी आशा की किरण है।
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निष्कर्ष:
कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता निरवा द्वारा पांच शावकों को जन्म देना भारत में चल रही चीता पुनर्वास परियोजना की एक बड़ी सफलता है। यह घटना न केवल चीतों की बढ़ती संख्या को दर्शाती है, बल्कि यह दर्शाती है कि भारत अब विलुप्त हो चुके इस प्रजाति को फिर से जीवंत करने की दिशा में मजबूत कदम उठा रहा है। निरवा की यह दूसरी सफल प्रजनन घटना साबित करती है कि कूनो का पर्यावरण चीतों के लिए अनुकूल बन रहा है। ऐसे प्रयास देश में जैव विविधता को संरक्षित रखने और भविष्य की पीढ़ियों को एक समृद्ध वन्यजीवन सौंपने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।