Junnar wildlife sanctuary: भारत ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नया कदम उठाया है। महाराष्ट्र के पुणे ज़िले के जुन्नार क्षेत्र में देश का पहला कैमरा-कॉलर वाला तेंदुआ देखा गया है। यह परियोजना भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) और महाराष्ट्र वन विभाग की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य मानव-तेंदुआ संघर्ष को समझना और कम करना है।
नई तकनीक के साथ तेंदुए की गतिविधियों पर नज़र
इस विशेष कॉलर में कैमरा और GPS ट्रैकिंग सिस्टम लगा है, जो तेंदुए की हर गतिविधि को रिकॉर्ड करता है। यह तकनीक वैज्ञानिकों को यह जानने में मदद कर रही है कि तेंदुए किस तरह से मानव बस्तियों के पास रहते हुए शिकार करते हैं, घूमते हैं, और आसपास के पर्यावरण से कैसे बातचीत करते हैं।
जुन्नार क्यों चुना गया?
जुन्नार को इस परियोजना के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह इलाका पहले से ही तेंदुओं के हमलों और मानव-वन्यजीव संघर्ष के लिए जाना जाता है। वर्ष 2024 में यहां तेंदुए के हमले के 11 से अधिक मामले सामने आए थे। इस डेटा को समझकर वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन संघर्षों की असली वजह क्या है।
यह भी पढ़े: The World Tree: एक ऐसा पेड़ जिसमें समा सकते हैं 40 लोग – बाओबाब की अनोखी दुनिया
कैमरा-कॉलर से मिलने वाले लाभ
- वास्तविक समय में निगरानी: वैज्ञानिक अब तेंदुए के व्यवहार को वास्तविक समय में देख सकते हैं।
- बेहतर संरक्षण रणनीतियाँ: डेटा के माध्यम से यह समझा जा सकता है कि तेंदुए किन हालात में आक्रामक होते हैं।
- मानव-तेंदुआ सह-अस्तित्व: यह तकनीक यह जानने में मदद करेगी कि दोनों प्रजातियाँ एक ही इलाके में शांति से कैसे रह सकती हैं।
Junnar wildlife sanctuary भविष्य की संभावनाएँ
अगर यह परियोजना सफल रहती है, तो यह मॉडल भारत के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा सकता है, जहाँ तेंदुए मानव आवासों के पास देखे जाते हैं। इससे वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की जानमाल की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
यह भी पढ़े: Rajasthan Wildlife Conservation: भारत ने रचा इतिहास AI से जन्मा पहला गोडावण का बच्चा
मिलकर किया गया प्रयास
यह परियोजना इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि जब वैज्ञानिक संस्थान और सरकारी विभाग साथ मिलकर काम करते हैं, तो वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में बड़े बदलाव संभव हैं। जैसे-जैसे इस परियोजना से अधिक जानकारी सामने आएगी, भारत में मानव और तेंदुए के बीच बेहतर संतुलन बनाने की दिशा में नया रास्ता खुलेगा।