Last updated on May 3rd, 2025 at 11:13 am
Anant Ambani Dwarka padyatra: भगवान द्वारकाधीश के दर्शन के लिए अनंत अंबानी की पदयात्रा का नौवां दिन संपन्न हो गया है। शिमला जैसे हिल स्टेशन के माहौल में सुबह 4 बजे के बाद, अनंत अंबानी ने नदी से अपनी पदयात्रा शुरू की और 12.5 किलोमीटर की दूरी तय की। यह पूरी यात्रा भक्ति और सेवा की मिसाल है।
नंद को किया लाड़-प्यार दादी ने दिया आशीर्वाद

पदयात्रा के मार्ग में एक परिवार मिला, जो अपने नवजात शिशु को कृष्ण के गेटअप में लेकर आया था। जैसे ही अनंत अंबानी उनके पास पहुँचे, परिवार ने उनका स्वागत किया। अनंत ने बच्चे को गले लगाया और भरपूर दुलार किया।
उस बालक की दादी ने 101 रुपये भेंट किए और आशीर्वाद दिया:
“अगले साल पालना बनेगा और तुम्हारे घर भी कृष्ण जैसा बेटा आएगा।”
अब तक अनंत अंबानी ने 91 किलोमीटर से अधिक की पदयात्रा पूरी कर ली है। इस संकल्प यात्रा में पंडित रसराज महाराज भी भाग ले चुके हैं।
पदयात्रा के रास्ते में बालगोपाल से मिला परिवार
यह मुलाकात सिर्फ एक भावनात्मक क्षण नहीं, बल्कि श्रद्धा और भक्ति की मिसाल भी थी। परिवार ने बताया कि उनका पुत्र ‘नंद’ है और वे उसे भगवान के स्वरूप में अनंत अंबानी के दर्शन हेतु लाए थे।
धवल दावड़ा ने कहा:
“आज अनंतभाई को हमसे मिलने का मौका मिला और द्वारकाधीश की कृपा से मैंने अपने बेटे नंद को भगवान के पास ले जाकर प्रार्थना की। मेरा बेटा भगवान का रूप है और अनंतभाई उसे लाड़ कर रहे थे।”
उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि:
“जहाँ प्राण है, वहीं शिव है। वनतारा परियोजना अनंतभाई को बहुत प्रिय है। उन्होंने मेरे बेटे को गौसेवक बनने का आशीर्वाद दिया।”
Anant Ambani Dwarka padyatra दौरान वरिष्ठ नागरिक का आशीर्वाद
सरलाबेन नाम की एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा:
“मैंने अनंत अंबानी को आशीर्वाद दिया, एक उपहार दिया और प्रार्थना की कि भगवान अगले साल आपके घर में भी पालना रचाएं।”
उन्होंने बताया कि उन्हें अनंत से मिलकर अत्यंत प्रसन्नता हुई और अनंत ने उन्हें 101 रुपये दक्षिणा दी, साथ ही उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
पंडित रसराज महाराज भी हुए शामिल
इस आध्यात्मिक यात्रा में पंडित रसराज महाराज की भी विशेष उपस्थिति रही। उन्होंने यात्रियों से भेंट की और लोगों को इस पदयात्रा में भाग लेने हेतु प्रेरित किया।
द्वारिकाधीश के दर्शन अब नजदीक
अनंत अंबानी अब द्वारका के जगत मंदिर से मात्र 9.5 किलोमीटर दूर हैं। रिलायंस टाउनशिप से द्वारका मंदिर तक की यह यात्रा श्रद्धा, भक्ति और संयम का प्रतीक है।
अनंत अंबानी की यात्रा से भक्तों में उत्साह

इस पदयात्रा में भाग लेने वाले भक्तों और अनुयायियों में जबरदस्त उत्साह है। हर दिन अनंत अंबानी से मिलने, उन्हें देखने और उनके साथ जुड़ने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। यात्रा के हर मोड़ पर श्रद्धा और समर्पण की भावना झलकती है।
अनंत अंबानी की 9 दिवसीय पदयात्रा का सार (टेबल में)
दिन | स्थान | दूरी (किमी) | मुख्य विशेषता |
1 | वनतारा से होटल श्याम-वे, न्यारा गेट | 10 | भक्तिभाव से यात्रा आरंभ |
2 | मामा साहेब मंदिर, खंभालिया के पास | 11 | श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि |
3 | पोरबंदर जाने वाली सड़क तक | 12 | भक्ति गीतों के साथ तीर्थयात्रा |
4 | हसथल गांव में पाटिया तक | 11.5 | भोजन व विश्राम के लिए आमंत्रण |
5 | सोनारडी गांव के पाटिया तक | 12 | गांवों से श्रद्धालु शामिल |
6 | गुरगड़ गांव में पाटिया तक | 11.5 | भक्ति गीतों के साथ यात्रा |
7 | महादेवड़िया गांव से 2 किमी दूर | 12 | मंदिर के और करीब पहुँचना |
8 | महादेवड़िया से खाड़ी के पास | 11.5 | तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि |
9 | खाड़ी से कोरला तक | 12.5 | आस्था और भक्ति का चरम |
निष्कर्ष: समर्पण, सेवा और श्रद्धा की मिसाल
अनंत अंबानी की यह पदयात्रा एक साधारण यात्रा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यज्ञ है। हर कदम पर सेवा, हर मोड़ पर आस्था और हर दिन पर समर्पण की छाप है।
यह यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो भक्ति और आध्यात्मिकता के पथ पर चलना चाहते हैं।