vantara: छत्तीसगढ़ को जल्द ही दो ज़ेब्रा मिलने जा रहे हैं, जो गुजरात के जामनगर स्थित अंबानी समूह के प्रतिष्ठित वनतारा जू से लाए जाएंगे। इस अदला-बदली के बदले में छत्तीसगढ़ से भी कुछ दुर्लभ जानवर वनतारा जू को भेजे जाएंगे। यह सहयोग दोनों राज्यों के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों को मजबूती देगा।
वन मंत्री केदार कश्यप का वनतारा जू का दौरा

छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने 23/4/2025 हाल ही में वनतारा जू का दौरा किया। उनके साथ एपीसीसीएफ (वाइल्डलाइफ) प्रेम कुमार और अन्य बड़े बड़े अधिकारी भी मौजूद थे। दौरे के दौरान वन मंत्री ने वहां की अत्याधुनिक सुविधाओं का निरीक्षण किया और विशेषज्ञों से जानवरों की देखभाल व पुनर्वास संबंधी तकनीकी जानकारी प्राप्त की।
जानवरों की अदला-बदली पर बनी सहमति

पूर्व में रायपुर के जंगल सफारी से जानवरों को वनतारा भेजने का प्रस्ताव आया था, लेकिन तब सहमति नहीं बन पाई थी। अब खबर है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है। इसके तहत छत्तीसगढ़ वन विभाग दुर्लभ सफेद भालू समेत अन्य जानवरों को वनतारा जू को देगा।
vantara जू: एक आधुनिक वन्यजीव पुनर्वास केंद्र
वनतारा जू, रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी के ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसे लगभग 3000 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है। यह क्षेत्र घने हरे-भरे जंगल जैसा वातावरण प्रदान करता है।
यहां अब तक 200 से अधिक हाथियों, गेंडे, चीते, मगरमच्छ, पक्षियों और सरीसृपों का सफल पुनर्वास किया गया है। हाथियों के लिए जकूज़ी, मसाज, एक्स-रे मशीन, हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चेंबर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा अन्य जानवरों के लिए भी 650 एकड़ में पुनर्वास केंद्र और एक लाख वर्गफुट में बना अस्पताल मौजूद है।
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2100 कर्मियों की समर्पित टीम
वनतारा जू में जानवरों की देखभाल के लिए 2100 से अधिक कर्मचारियों की टीम कार्यरत है। अब तक 2000 से ज्यादा जानवरों का रेस्क्यू और पुनर्वास किया जा चुका है। यह जू देश में वन्यजीव संरक्षण का एक मॉडल बनकर उभरा है।