Gerenuk: ये उन दुर्लभ ओर रहस्यमयी जानवरों मे से एक है, जिनके बारे मे बहुत कम लोग जानते है। अपनी खासियतों ओर बगैर पानी पिए जीवित रहने की क्षमता के कारण वन्यजीव विशेषयज्ञ ओर वैज्ञानिक ओर एनिमल लवर्स के लिए एक दिलचस्प विषय बनगया है।
आपने ऊंट के बारे में सुना होगा जो कई दिनो तक बिना पानी पिए रह सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा जानवर भी मौजूद है दुनिया में जो पूरी जिंदगी बिना पानी पिए जीवित रह सकता है। इस अनोखे जी का नाम Gerenuk ( गेरेनुक ) है जिसे जिराफ गजेल ( Giraffe Gazelle )भी कहा जाता है। यह हिरण की एक दुर्लभ प्रजाति है जो पूर्वी अफ्रीका के सूखे इलाकों में पाई जाती है। खास बात यह है कि इसे कभी पानी इनकी जरूरत ही नहीं पड़ती। आइए जानते हैं इस अनोखे जानवर के बारे में।
कहां पाया जाता है Gerenuk

गेरेनुक मुख्य रूप से पूर्वी अफ्रीका के शुष्क और कंटीले इलाकों में पाया जाता है। यह इथियोपिया,सोमालिया, केन्या और तंजानिया जैसे देशों में पाया जाता है। इसकी असाधारण बनावट और अनोखी विशेषताओं के कारण इसे देखने वाले हैरान रह जाते है। अगर आप कभी अफ्रीका के जंगल में जाए तो इसे देखने का मौका न छोड़े।
कैसा दिखता है यह जानवर

गेरेनुक (Gerenuk) मध्यम आकार का हिरन है, जिसकी लंबी और पतली गर्दन इसे अन्य हीरनों से अलग बनाती है। इसका शरीर 80-105 सेंटीमीटर तक लंबा होता है। इसे ‘जिराफ गजेल’ ( Giraffe Gazelle ) इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अपने पिछले पैरों पर खड़े होकर ऊंचाई पर लगे जाड़ी ओर पेड़ों के पत्ते और फलों को खा सकता है। इसकी रीड की हड्डी की अनोखी संरचना इसे दो मीटर लगभग छह फीट की ऊंचाई तक खड़े होने की क्षमता देती है।
क्यों है गेरेनुक (Gerenuk) कितना खास

पूरी जिंदगी बिना पानी पिए रह सकता है।
अपनी बहुत लंबी गर्दन और पीछे के पैरों पर खड़े होने का हुनर के कारण ऊंचे पेड़ के पत्ते खा सकता है।
बहुत सूखे और रेगीस्तानी जैसे इलाकों में भी जिंदा रह सकता है।
बहुत तेज गति से दौड़ सकता है।
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कैसे जिंदा रहता है बिना पानी पिए

गेरेनुक (Gerenuk) को अपनी पूरी जिंदगी पानी पीने की जरूरत नहीं होती क्योंकि यह अपनी जरुरत का पूरा पानी पौधों से ही प्राप्त कर लेता है। यह अपनी पानी की जरुरत पत्ते, फलों, अंकुर,और फूलों से ही पूरी कर लेता है। यह कंटीले पेड़ों के पत्तों को भी खा सकता है, इससे इसे अतिरिक्त नमी मिलती है। अफ्रीका के सूखे और बंजर इलाकों मे यह बिना पानी के जीवित रहने वाले दुर्लभ जीवो में से एक है।