Wilderness Trail: नोएडा में जल्द ही देश का पहला ‘वेस्ट टू वाइल्डलाइफ पार्क‘ खुलने जा रहा है, जिसे ‘नोएडा जंगल ट्रेल’ नाम दिया गया है। यह पार्क महामाया फ्लाईओवर के पास स्थित है और इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित किया गया है। अधिकारियों का दावा है कि यह देश का पहला वेस्ट टू वाइल्डलाइफ पार्क है।

पार्क की प्रमुख विशेषताएँ: Wilderness Trail
वेस्ट से बनी जानवरों की आकृतियाँ: पार्क में लोहे और प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग करके डायनासोर, मगरमच्छ, अजगर, बंदर, हाथी, शेर, जिराफ, और कंगारू जैसी जानवरों की आकर्षक आकृतियाँ बनाई गई हैं।
तीन ज़ोन में विभाजित: पार्क को तीन प्रमुख ज़ोन में बांटा गया है:
जोन A (4.05 एकड़): इसमें पार्किंग, एम्फीथिएटर (1,000 लोगों की क्षमता), फूड कोर्ट और प्रदर्शनी क्षेत्र शामिल हैं।
जोन B (8.77 एकड़): यहां ट्रॉपिकल रेन फॉरेस्ट, घास के मैदान और वेटलैंड जैसे प्राकृतिक क्षेत्र होंगे।
जोन C (5.45 एकड़): इसमें आइसलैंड, ओशन, और पोलर रीजन जैसे क्षेत्र शामिल होंगे।
नाइट सफारी और 4D अनुभव: पार्क में ई-कार्ट के माध्यम से नाइट सफारी का आनंद लिया जा सकेगा। इसके अलावा, 4D कांसेप्ट आधारित अनुभव भी उपलब्ध होगा।
अंडरपास और फुट ओवर ब्रिज (FOB): पार्क को जोन A और B को जोड़ने के लिए एक्सप्रेसवे के ऊपर एक फुट ओवर ब्रिज (FOB) और अंडरपास बनाया जाएगा, जिससे पार्क में प्रवेश सुगम होगा।
पार्किंग और अन्य सुविधाएँ: पार्क में 8 बसों और 76 कारों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसके अलावा, किड्स प्ले एरिया, पिकनिक स्पॉट और आउटडोर फर्नीचर जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी।

निर्माण और लागत:
- निर्माण सामग्री: पार्क में लगभग 500 टन लोहा और प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग किया जाएगा।
- निर्माण लागत: पार्क के निर्माण में लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

खुलने की तिथि:
पार्क के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है और यह अगले एक महीने में जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह पार्क दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गुरुग्राम के निवासियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।

यह पार्क न केवल पर्यावरण संरक्षण और पुनर्चक्रण के महत्व को दर्शाता है, बल्कि यह परिवारों और पर्यटकों के लिए एक मनोरंजक और शैक्षिक स्थल भी प्रदान करेगा।
निष्कर्ष:
Wilderness Trail नोएडा में खुलने जा रहा यह देश का पहला वेस्ट टू वाइल्डलाइफ पार्क पर्यावरण संरक्षण, पुनर्चक्रण और नवाचार का अनूठा उदाहरण है। कबाड़ से बनी कलाकृतियाँ, जंगल सफारी, 4D अनुभव और पिकनिक स्पॉट जैसी सुविधाएँ इस पार्क को न सिर्फ शैक्षिक बनाती हैं, बल्कि मनोरंजन का बेहतरीन केंद्र भी बनाती हैं। यह पार्क न केवल नोएडा बल्कि दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए भी एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा और आने वाले समय में देशभर में ऐसे प्रयासों के लिए प्रेरणा बनेगा।