Pahalgam Tourist Places: जिसे कभी “मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता था, अब सन्नाटे में डूबा नज़र आता है। जम्मू-कश्मीर का यह खूबसूरत पर्यटन स्थल गर्मियों में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों से गुलजार रहता था। लेकिन 22 अप्रैल को बैसारन के घास के मैदान में हुए आतंकी हमले ने न केवल निर्दोष जिंदगियां छीनीं, बल्कि सैकड़ों लोगों की आजीविका पर भी संकट ला दिया।
Pahalgam Tourist Places पर्यटन पर गहरा असर
पहलगाम का हर छोटा-बड़ा व्यवसाय इस हमले से प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश के बिजनौर से आए मोहित कुमार, जो पहलगाम में पूनम रेस्टोरेंट चलाते हैं, अब खाली मेज़ों को ताकते रहते हैं। जहाँ पहले 22 वेटर थे, अब मुश्किल से 14 ही बचे हैं। मोहित कहते हैं, “पहले तो बाहर झाँकने की भी फुर्सत नहीं होती थी, अब दिन भर एक ग्राहक का भी इंतज़ार रहता है।”
स्थानीय व्यापारियों की मुश्किलें
राजस्थान से आए दर्शन राम लकड़ी के की-चेन और हस्तशिल्प बेचते हैं। उनका परिवार पहले रोज़ाना 500 से 1000 रुपये कमा लेता था, लेकिन अब कई दिनों से एक भी सामान नहीं बिका। यही हाल श्रीनगर स्थित Kashmir Arts Emporium के नवाज़ का है, जो अब रोज़ दुकान की सफाई करते हैं और ग्राहकों का इंतज़ार करते हैं। वह कहते हैं, “आशा ही हमारा सहारा है।”
होटल व्यवसायियों की उम्मीदें
लिद्दर नदी के किनारे स्थित Hotel Heevan Pahalgam के संचालक आसिफ बुरज़ा बताते हैं कि हमले के बाद उन्हें मेहमानों के रिश्तेदारों के फोन आने लगे। सभी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। उनका मानना है कि एक घटना ने पहलगाम की छवि को बदल दिया, लेकिन यह जगह फिर से उठ खड़ी होगी।
दर्शनीय स्थलों की स्थिति
वर्तमान में Betaab Valley, Sheshnag Lake, Tullian Lake और Kolahoi Glacier जैसे प्रमुख Pahalgam Tourist Places अस्थायी रूप से बंद हैं। जो थोड़े-बहुत पर्यटक आए हैं, वे Lidder River के किनारे प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले रहे हैं। चेन्नई से आए एक पर्यटक ने बताया, “हमने तीन महीने पहले यात्रा की योजना बनाई थी। हमला ज़रूर हुआ, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था सशक्त है।”
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अमरनाथ यात्रा से नई उम्मीद
स्थानीय लोगों की उम्मीदें अब 3 जुलाई से शुरू होने वाली Amarnath Yatra से जुड़ी हैं। उन्हें भरोसा है कि जैसे ही यात्रा शुरू होगी, फिर से पर्यटक लौटेंगे और पहलगाम में जीवन की चहल-पहल लौटेगी। तब तक, यहां के लोग आशा और धैर्य के साथ इस कठिन समय को पार करने की कोशिश कर रहे हैं।
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निष्कर्ष
Pahalgam Tourist Places भले ही इस समय शांत और वीरान हैं, लेकिन पहलगाम का आत्मबल और स्थानीय लोगों का हौसला बताता है कि यह पर्यटन स्थल फिर से चमकेगा। पहलगाम सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि भावनाओं और यादों का संगम है – और यह भावना कभी नहीं मरेगी।