Gujarat Police: गुजरात में आरोपी की पहचान उसके चेहरे से होगी देश की पहली उन्नत तकनीक

Gujarat Police ने अब एक नई तकनीक अपनाई है जिससे चेहरे की पहचान हो सकेगी और आरोपी को जल्दी पकड़ा जा सकेगा। इस नई तकनीक को ‘पिनाक’ सॉफ्टवेयर में जोड़ा गया है, जिस पर पिछले दो वर्षों से काम चल रहा है। 550 पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण और परीक्षण के बाद यह पद्धति अब प्रायोगिक चरण में है।

वेब-आधारित प्रौद्योगिकी

इस सॉफ्टवेयर के लिए कोई विशिष्ट अनुप्रयोग नहीं बनाया गया है। यह वेब-आधारित है, अर्थात इसका उपयोग किसी भी डिवाइस पर किया जा सकता है। पुलिसकर्मी अपने लॉग-इन पासवर्ड से इस प्रणाली का उपयोग कर सकेंगे। इस तकनीक का डेटाबेस अहमदाबाद सिटी क्राइम ब्रांच सर्वर में संग्रहीत है, जिसमें 3,000 महिला आरोपियों सहित 64,000 से अधिक आरोपियों का विवरण है।

चेहरे से तुरंत पहचान

इस नई तकनीक से संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान में तेजी लाई जा सकेगी। पहले अपराधी गलत पहचान बताकर पुलिस से बच निकलते थे, लेकिन अब चेहरा पहचानने वाली प्रणाली से चंद सेकंड में ही पुलिस को आरोपी का पूरा विवरण मिल जाएगा। इस तकनीक का उपयोग मोबाइल या टैबलेट पर किसी भी स्थान से किया जा सकता है, इसके लिए पुलिस स्टेशन जाने की आवश्यकता नहीं है।

सबसे उत्तम चेहरा पहचान प्रक्रिया

यह तकनीक 256 फेस पॉइंट्स का उपयोग करती है, जिससे चेहरा पहचान अधिक सटीक हो जाती है। यह प्रणाली अंधेरे में, प्रकाश में, दूर से तथा यहां तक ​​कि पार्श्व कोण से ली गई तस्वीरों को सफलतापूर्वक पहचान सकती है। इतना ही नहीं, आरोपी की पहचान भी जेरॉक्स पेपर पर छपी फोटो के जरिए संभव हो पाई है।

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Gujarat Police: परीक्षण और सफलता

परीक्षण चरण में 550 पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया और 4 दिनों में 7,500 बार इस डेटाबेस का उपयोग किया। पुलिस थानों में रखे जाने वाले 33 प्रकार के डेटा को अब डिजिटल कर दिया गया है। डिजिटल प्रक्रिया 2014 में शुरू हुई और 2015 में पूरी हुई। पहले इस डेटा का उपयोग केवल पुलिस स्टेशनों पर ही किया जा सकता था, लेकिन अब इसे किसी भी डिवाइस से खोजा जा सकता है।

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उत्सवों और प्रमुख आयोजनों में उपयोग करें

इस तकनीक का उपयोग 2024 की रथ यात्रा के दौरान भी सफलतापूर्वक किया गया। आरोपियों को मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में लाइव देखा गया और पिनाक सॉफ्टवेयर ने उन्हें तुरंत पहचान लिया।

यदि यह पायलट परियोजना सफल रही तो इसे पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा, ताकि पुलिस व्यवस्था और अधिक कुशल और तेज हो सके।

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