वंतारा मॉडल पर होगा दिल्ली चिड़ियाघर का कायाकल्प: अब नजर आएगा वर्ल्ड-क्लास बदलाव

🗓️ Published on: June 4, 2025 11:55 pm
वंतारा मॉडल पर होगा दिल्ली चिड़ियाघर का कायाकल्प

वंतारा मॉडल पर होगा दिल्ली चिड़ियाघर का कायाकल्प: Bankhandi Zoo जैसे विश्वस्तरीय अनुभव की दिशा में अब दिल्ली का ऐतिहासिक चिड़ियाघर भी तेजी से कदम बढ़ा रहा है। 1959 में स्थापित यह राष्ट्रीय प्राणी उद्यान अब आधुनिकता की नई परिभाषा गढ़ने जा रहा है, जिसमें वंतारा मॉडल से प्रेरित व्यापक बदलाव शामिल हैं।

वंतारा मॉडल पर होगा दिल्ली चिड़ियाघर का कायाकल्प

दिल्ली का यह प्रतिष्ठित चिड़ियाघर अब गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा वन्यजीव परियोजना की तर्ज पर पुनर्विकास की राह पर है। यह योजना न केवल चिड़ियाघर की संरचना और सुविधाओं को आधुनिक बनाएगी, बल्कि इसके संचालन को भी निजी या गैर-लाभकारी संस्था को सौंपने की संभावना है।

उच्च स्तरीय बैठकों में बन रही रूपरेखा

सूत्रों के अनुसार, ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर – जो कि अनंत अंबानी की वंतारा परियोजना से जुड़ा हुआ है – को इस परियोजना का प्रबंधन देने को लेकर केंद्र सरकार स्तर पर गंभीर विचार-विमर्श चल रहा है। इस दिशा में प्रधानमंत्री कार्यालय और पर्यावरण मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठकें हो चुकी हैं।

ये होंगी प्रस्तावित नई सुविधाएं

चिड़ियाघर के पुनर्विकास के अंतर्गत कई अत्याधुनिक सुविधाओं को जोड़ा जाएगा:

प्रस्तावित सुविधाएंविवरण
बचाव और पुनर्वास केंद्रघायल और संकट में पड़े वन्यजीवों के लिए
वातानुकूलित चिकित्सा इकाइयाँबीमार पशु-पक्षियों के उपचार हेतु
प्राकृतिक आवाससंकटग्रस्त प्रजातियों के लिए प्राकृतिक जैसे वातावरण
जलवायु नियंत्रित सुरंगेंगर्मी और सर्दी दोनों के अनुकूल विशेष सुरंगें
नई सुविधाएँहिरण, मगरमच्छ, दुर्लभ पक्षियों के लिए विस्तारित क्षेत्र

निजी प्रबंधन को लेकर शुरू हुई बहस

अधिकारियों का मानना है कि अगर किसी विशेषज्ञ निजी संस्था को संचालन का जिम्मा दिया जाए, तो संरक्षण और प्रबंधन के स्तर में उल्लेखनीय सुधार आ सकता है। हालांकि, कुछ सामाजिक संगठनों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इस विचार का विरोध भी किया है, उनका कहना है कि इससे चिड़ियाघर का निजीकरण हो जाएगा।

एंट्री गेट से लेकर कैफेटेरिया तक होगा कायाकल्प

दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि मथुरा रोड पर स्थित वर्तमान प्रवेश द्वार को तोड़कर वहां एक नया, सुविधाजनक प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। इसमें शामिल होंगी:

  • नया कैफेटेरिया
  • ई-टिकट काउंटर
  • क्लोकरूम
  • आधुनिक स्वच्छ शौचालय
  • बैठने के स्थान
  • पर्यटक-अनुकूल डिज़ाइन

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निष्कर्ष

Bankhandi Zoo और वंतारा जैसे संरक्षण केंद्रों की सफलता को देखते हुए दिल्ली चिड़ियाघर का यह कदम न केवल पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दिल्लीवासियों और पर्यटकों के लिए एक नई और समृद्ध अनुभव की शुरुआत भी होगी।

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