बाड़मेर में हिरणों के अवैध शिकार पर बवाल: ग्रामीणों का धरना, डीप-फ्रीजर में रखे शव, होटल सप्लाई का शक

🗓️ Published on: June 3, 2025 1:18 pm
बाड़मेर में हिरणों के अवैध शिकार पर बवाल

बाड़मेर में हिरणों के अवैध शिकार पर बवाल: राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन क्षेत्र में हिरणों के अवैध शिकार को लेकर हड़कंप मच गया है। ग्रामीण बीते तीन दिनों से हिरणों के शव डीप-फ्रिज में रखकर धरने पर बैठे हैं। लोगों का आरोप है कि कुछ शिकारी गिरोह हिरणों का शिकार कर उन्हें होटलों में मांस की सप्लाई कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने अब तक 16 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और जांच जारी है।

बाड़मेर में हिरणों के अवैध शिकार पर बवाल घटना कहां की है?

यह मामला चौहटन उपखंड के आगोर गांव का है, जहां ग्रामीणों को खेतों के पास बोरियों में बंद हालत में हिरणों के शव मिले।

1. बोरियों में मिले हिरणों के मासूम बच्चे

वन्यजीव प्रेमी प्रकाश के अनुसार, शुक्रवार सुबह एक किसान ने खेत के पास पुलिया के नीचे एक कट्टा (बोरी) देखा, जिससे बदबू आ रही थी। जब बोरी खोली गई, तो उसमें 2 हिरण के बच्चों के शव ठूंसे हुए मिले। पास ही एक और बड़ा हिरण मृत अवस्था में पड़ा मिला। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।

2. पहले लगा एक्सीडेंट, फिर निकला शिकार का मामला

शुरुआत में ग्रामीणों को लगा कि शायद यह सड़क हादसे में हिरण की मौत हुई है। लेकिन जब आसपास और शव मिले और कट्टों में भरकर ले जाने की बात सामने आई, तो स्पष्ट हुआ कि यह संगठित शिकार गिरोह का काम है। इस पर वन्यजीव दया संघर्ष समिति ने चौहटन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई और हिरणों के शवों को डीप-फ्रीजर में सुरक्षित रखकर धरना शुरू कर दिया।

3. प्रशासन की कार्रवाई और ग्रामीणों की चेतावनी

घटना के बाद DFO सविता दहिया, SDM कुसुमलता चौहान और ASP नितेश आर्य मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे लोगों से बात की। प्रशासन ने तीन दिन में कार्रवाई का भरोसा दिलाया, जिसके बाद ग्रामीणों ने आंशिक रूप से धरना जारी रखने पर सहमति जताई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

मीट दुकानों पर जांच, CCTV फुटेज खंगाले

DFO सविता दहिया ने बताया कि इलाके की सभी मीट दुकानों पर सैंपल लिए जाएंगे। यदि किसी भी दुकान में हिरण के मांस की पुष्टि होती है, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने 15-16 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाले गए हैं, हालांकि अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।

वन्यजीव प्रेमियों की मांग

प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों की मांग है कि:

  • हिरणों के अवैध शिकार में शामिल गिरोह को तुरंत गिरफ्तार किया जाए
  • होटल और मीट दुकानों की जांच हो
  • वन्यजीव सुरक्षा कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए

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निष्कर्ष

इस घटना ने साफ कर दिया है कि राजस्थान के कुछ इलाकों में वन्यजीवों की सुरक्षा खतरे में है। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो ऐसे अपराध बढ़ते रहेंगे। अब पूरा क्षेत्र प्रशासन की कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की प्रतीक्षा कर रहा है।

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