गिर नेशनल पार्क छुट्टियों के मौसम में देश-विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद बन चुका है। गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित यह पार्क एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है। हाल ही में घोषित आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के 11 जिलों में अब 891 एशियाई शेरों की आबादी है, जो इस क्षेत्र को और भी खास बनाती है।
शेरों को करीब से देखने का रोमांच
गर्मियों की छुट्टियों में गिर नेशनल पार्क में हजारों पर्यटक उमड़ रहे हैं। शेरों को खुले जंगल में पास से देखने का अनुभव सैलानियों के लिए बेहद रोमांचक होता है। कई भाग्यशाली पर्यटकों को एक साथ पांच से छह शेरों का झुंड देखने का मौका मिला है। इसके अलावा, तेंदुआ, चीतल, सांभर हिरण, नीलगाय और रंग-बिरंगे पक्षी भी यहां देखने को मिलते हैं, जो इस जंगल सफारी को और भी यादगार बना देते हैं।
जंगल सफारी के दौरान गाइड और ड्राइवर की मदद
गिर में जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड और वाहन चालक (ड्राइवर) की सुविधा दी जाती है। गाइड न केवल शेरों और अन्य वन्य जीवों के बारे में जानकारी देते हैं, बल्कि गिर के इकोसिस्टम, वनस्पतियों और संरक्षण के प्रयासों पर भी प्रकाश डालते हैं। यह अनुभव खासकर छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक होता है।
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गिर की हरियाली और माहौल बना पर्यटकों को दीवाना
गिर की प्राकृतिक हरियाली, ताज़ा हवा और शांत वातावरण पर्यटकों को एक अलग ही दुनिया में ले जाता है। जंगल की पगडंडियाँ, ऊँचे पेड़ और पक्षियों की चहचहाहट मानो प्रकृति के संगीत की तरह काम करती हैं। यही वजह है कि गिर नेशनल पार्क को न केवल वाइल्डलाइफ लवर्स, बल्कि नेचर लवर्स भी खूब पसंद करते हैं।
पर्यटकों की प्रतिक्रिया: “गिर में एक दिन ज़रूर बिताइए”
गिर की यात्रा के बाद ज़्यादातर पर्यटक यही कहते हैं — “अगर शेरों को खुले में देखना है तो गिर नेशनल पार्क ज़रूर आइए। यह जीवन में एक बार का अनुभव होता है।” गिर की यह सफारी हर उम्र के व्यक्ति के लिए एक यादगार और दिलचस्प यात्रा बन जाती है।